नागौर में हो रहा अतिथि देव भवः का पालनः दिनेश कुमार यादव

नागौर में हो रहा अतिथि देव भवः का पालनः यादव
कोविड-19 की रोकथाम को लेकर बनाए क्यूरांटाइन
जिले में आए बाहरी लोग हमारे मेहमान, उनकी हर संभव मदद करें
नागौर, 30 मार्च। जिला कलक्टर दिनेश कुमार यादव ने बताया कि कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर लगाए गए लाॅकडाउन के दौरान जिले में आए दूसरे जिलों एवं राज्यों के लोगों को नाकों पर रोककर निकटवर्ती क्षेत्र के राजकीय भवनों में क्यूरांटाइन कर दिया गया है। इसके साथ ही नागौर जिले के मूल निवासी जो बाहरी राज्यों से आए हैं, उन्हें भी उनके गांव के निकटवर्ती राजकीय भवन परिसर में क्यूरांटाइन किया गया है। यादव ने यह जानकारी सोमवार शाम को पत्रकार वार्ता में दी।
जिला कलक्टर दिनेश कुमार यादव ने बताया कि क्यूरांटाइन किए गए ऐसे व्यक्तियों को क्यूरांटाइन की अवधि में भोजन, बिस्तर तथा चिकित्सा सहित सभी प्रकार की सुविधाएं दी जा रही है। कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर किए जा रहे प्रयासों में ऐसे परिवारों व व्यक्तियों के साथ नागौर जिला प्रशासन अतिथि देवो भवः की भावना के साथ पेश आ रहा है। जिले में दूसरे क्षेत्रों की मूल निवासी करीब एक हजार लेबर को ठहराने की व्यवस्था की गई है। वहीं दूसरी ओर जिले में लाॅकडाउन के दौरान कोई भी जरूरतमंद वर्ग भूखा न सोए, इसके लिए उन्हें राशन किट वितरित किए जा रहे हैं। यादव ने बताया कि जरूरतमंद वर्ग को जिले में अब तक 21751 राशन किट वितरित  किए जा चुके हैं, इनमें से 18207 ड्राई पैकेट तथा 2994 फैक्ड फूड के पैकेट शामिल हैं।  
जिला कलक्टर ने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान सरकार के दिशा-निर्देशानुसार सीमाएं बंद करने के बाद अब जिले में बाहरी लोगों की आवक समाप्ति की ओर है। उन्होंने आमजन से अपील की है कि कोरोना वायरस की रोकथाम व बचाव को लेकर अब न तो जिले की सीमा में आने का प्रयास करें और ना ही यहां से बाहर जाने का प्रयास करें। आवश्यक सेवाओं से जुड़े भारवाहक वाहनों के अलावा सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है और इसे लेकर पूर्ण सख्ती बरती जा रही है।
यादव ने कहा कि भारत सरकार की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार कोई भी फैक्ट्री मालिक अपनी लेबर को नहीं निकालेगा। साथ ही उक्त अवधि में संबंधी फैक्ट्री मालिक को अपनी लेबर को इस आपदा के दौरान एक माह का वेतन भी देने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार के आदेश की पालना नहीं करने वाले फैक्ट्री मालिक के विरूद्ध डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट में कार्रवाई की जाएगी। इसे लेकर सभी विकास अधिकारियों तथा अधिशासी अधिकारियों को प्राधिकारी नियुक्त किया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुकुमार कश्यप ने बताया कि नागौर जिले में एक भी कोरोना पाॅजिटिव मरीज नहीं पाया गया है। अभी तक 19 मरीजों के सैम्पल लिए गए, जिनमें से जांच के बाद सभी कोरोना नेगेटिव पाए गए। उन्होंने बताया कि प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के निर्देशानुसार जिले में यदि कोविड-19 का मरीज पाया जाता है तो उसे जयपुर के राजकीय एसएमएस मेडिकल काॅलेज में उपचार के लिए तत्काल जरिए एम्बुलेंस भेज दिया जाएगा।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार कस्वां ने बताया कि जिले में सभी नाकों पर पुलिस जाप्ता तैनात है। कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर लगाए गए लाॅकडाउन का शहर व गांव सभी जगह पूर्ण पालन करवाया जा रहा है। जिले की सीमा पर बाहर से कोई भी व्यक्ति आ रहे हैं तो उन्हें वहीं रोक कर  ठहराने की व्यवस्था प्रशासन के सहयोग से करवाई जा रही है।

कोरोना वार रूम का नए फोन नंबंर की सुविधा
कोरोना वायरस की रोकथाम व बचाव को लेकर जिला प्रशासन की ओर से निरंतर प्रयास जारी है। इसे लेकर जिला मुख्यालय से लेकर उपखण्ड मुख्यालय स्तर तक नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से कलेक्ट्रट परिसर में जिला नियंत्रण कक्ष के अतिरिक्त जिला स्तरीय कोरोना वार रूम भी काम कर रहा है। कोरोना वार रूम में आमजन के लिए एक फोन नं. और मुहैया करवाया गया है, जिस पर सूचना मुहैया करवा सकता है। उन्होंने बताया कि कोरोना वार रूम के नए फोन नं. 01582-247247 हैं। वहीं जिला नियंत्रण कक्ष के नं. 01582-240830 तथा कोरोना वार रूम के पूववर्ती संपर्क नं. 01582-247001 भी संचालित हैं।

नागौर, 30 मार्च। जिला कलक्टर दिनेश कुमार यादव ने बताया कि कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर लगाए गए लाॅकडाउन के दौरान जिले में आए दूसरे जिलों एवं राज्यों के लोगों को नाकों पर रोककर निकटवर्ती क्षेत्र के राजकीय भवनों में क्यूरांटाइन कर दिया गया है। इसके साथ ही नागौर जिले के मूल निवासी जो बाहरी राज्यों से आए हैं, उन्हें भी उनके गांव के निकटवर्ती राजकीय भवन परिसर में क्यूरांटाइन किया गया है। यादव ने यह जानकारी सोमवार शाम को पत्रकार वार्ता में दी।
जिला कलक्टर दिनेश कुमार यादव ने बताया कि क्यूरांटाइन किए गए ऐसे व्यक्तियों को क्यूरांटाइन की अवधि में भोजन, बिस्तर तथा चिकित्सा सहित सभी प्रकार की सुविधाएं दी जा रही है। कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर किए जा रहे प्रयासों में ऐसे परिवारों व व्यक्तियों के साथ नागौर जिला प्रशासन अतिथि देवो भवः की भावना के साथ पेश आ रहा है। जिले में दूसरे क्षेत्रों की मूल निवासी करीब एक हजार लेबर को ठहराने की व्यवस्था की गई है। वहीं दूसरी ओर जिले में लाॅकडाउन के दौरान कोई भी जरूरतमंद वर्ग भूखा न सोए, इसके लिए उन्हें राशन किट वितरित किए जा रहे हैं। यादव ने बताया कि जरूरतमंद वर्ग को जिले में अब तक 21751 राशन किट वितरित  किए जा चुके हैं, इनमें से 18207 ड्राई पैकेट तथा 2994 फैक्ड फूड के पैकेट शामिल हैं।  
जिला कलक्टर ने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान सरकार के दिशा-निर्देशानुसार सीमाएं बंद करने के बाद अब जिले में बाहरी लोगों की आवक समाप्ति की ओर है। उन्होंने आमजन से अपील की है कि कोरोना वायरस की रोकथाम व बचाव को लेकर अब न तो जिले की सीमा में आने का प्रयास करें और ना ही यहां से बाहर जाने का प्रयास करें। आवश्यक सेवाओं से जुड़े भारवाहक वाहनों के अलावा सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है और इसे लेकर पूर्ण सख्ती बरती जा रही है।
यादव ने कहा कि भारत सरकार की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार कोई भी फैक्ट्री मालिक अपनी लेबर को नहीं निकालेगा। साथ ही उक्त अवधि में संबंधी फैक्ट्री मालिक को अपनी लेबर को इस आपदा के दौरान एक माह का वेतन भी देने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार के आदेश की पालना नहीं करने वाले फैक्ट्री मालिक के विरूद्ध डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट में कार्रवाई की जाएगी। इसे लेकर सभी विकास अधिकारियों तथा अधिशासी अधिकारियों को प्राधिकारी नियुक्त किया है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुकुमार कश्यप ने बताया कि नागौर जिले में एक भी कोरोना पाॅजिटिव मरीज नहीं पाया गया है। अभी तक 19 मरीजों के सैम्पल लिए गए, जिनमें से जांच के बाद सभी कोरोना नेगेटिव पाए गए। उन्होंने बताया कि प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के निर्देशानुसार जिले में यदि कोविड-19 का मरीज पाया जाता है तो उसे जयपुर के राजकीय एसएमएस मेडिकल काॅलेज में उपचार के लिए तत्काल जरिए एम्बुलेंस भेज दिया जाएगा।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार कस्वां ने बताया कि जिले में सभी नाकों पर पुलिस जाप्ता तैनात है। कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर लगाए गए लाॅकडाउन का शहर व गांव सभी जगह पूर्ण पालन करवाया जा रहा है। जिले की सीमा पर बाहर से कोई भी व्यक्ति आ रहे हैं तो उन्हें वहीं रोक कर  ठहराने की व्यवस्था प्रशासन के सहयोग से करवाई जा रही है।कोरोना वार रूम का नए फोन नंबंर की सुविधा
कोरोना वायरस की रोकथाम व बचाव को लेकर जिला प्रशासन की ओर से निरंतर प्रयास जारी है। इसे लेकर जिला मुख्यालय से लेकर उपखण्ड मुख्यालय स्तर तक नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से कलेक्ट्रट परिसर में जिला नियंत्रण कक्ष के अतिरिक्त जिला स्तरीय कोरोना वार रूम भी काम कर रहा है। कोरोना वार रूम में आमजन के लिए एक फोन नं. और मुहैया करवाया गया है, जिस पर सूचना मुहैया करवा सकता है। उन्होंने बताया कि कोरोना वार रूम के नए फोन नं. 01582-247247 हैं। वहीं जिला नियंत्रण कक्ष के नं. 01582-240830 तथा कोरोना वार रूम के पूववर्ती संपर्क नं. 01582-247001 भी संचालित हैं।



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